व्यभिचारिणी स्त्री छिप-छिपकर आनंद लेती थी, परंतु जोर से विलाप करने का साहस नहीं करती थी


व्यभिचारिणी स्त्री छिप-छिपकर आनंद लेती थी, परंतु जोर से विलाप करने का साहस नहीं करती थी

व्यभिचारिणी स्त्री छिप-छिपकर आनंद लेती थी, परंतु जोर से विलाप करने का साहस नहीं करती थी